कोरोना मरीज को लेने आई स्वास्थ्य टीम पर श्योपुर में हमला

 श्योपुर (म.प्र )  जिले के गांव ककरधा में एक युवक दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जब इस युवक को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए पहुंचा तो गांव वालों ने उसे खदेड़ दिया। जब एंबुलेंस चालक और स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ युवक को लेने पहुंचा तो ग्रामीणों ने पहले तो गालियां दी फिर एंबुलेंस की ओर लट्‌ठ लेकर दौड़े। 


विगत 11 सितंबर को विधायक सीताराम आदिवासी के गृहगांव ककरधा में दलवीर पुत्र मंशा आदिवासी को कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद स्वास्थ्य अमला उसे अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती करने के लिए एबुलेंस लेकर पहुंचा। इससे पहले कि स्वास्थ्य अमला गांव पहुंचता, दलवीर गांव से भाग गया। ग्रामीणों ने उसकी जानकारी देने से इनकार कर दिया। 


स्वास्थ्य अमला बीते दो दिनों से युवक को कोविड वार्ड में भर्ती करने के लिए परेशान है। एंबुलेंस को ग्रामीणों द्वारा खदेड़े जाने के बाद कराहल बीएमओ ने इसकी सूचना प्रशासन को दी, जिसके बाद मौके पर गांव में पुलिस को भेजा गया। हालांकि तब भी कोरोना पॉजिटिव युवक नहीं मिला और पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। 


कराहल के बीएमओ डॉ. राजेंद्र वर्मा का कहना है कि 11 सितंबर को उसके पॉजिटिव आने के साथ ही उसे लेने के लिए लगातार टीम जा रही है, लेकिन टीम की सूचना उसे गांव में घुसते ही लग जाती है। ऐसे में वह घर से खेतों की ओर भाग जाता है और देर रात तक नहीं लौटता है। 


प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग जब कोरोना पॉजिटिव आए युवक को कोविड वार्ड में भर्ती करने में असफल रही और ग्रामीणों ने उग्र रूप अपना लिया तो मामले में प्रशासन को विधायक सीताराम आदिवासी से मदद मांगनी पड़ी। तहसीलदार शिवराज मीणा ने बताया कि उन्होंने विधायक से मदद मांगी है। इस पर उन्होंने युवक को भर्ती करवाने का आश्वासन दिया है।